प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा सन् 1951 में देश में आर्थिक विकास को गति देने के लिये पंचवर्षीय योजना शुरू की गई थी। वर्ष 1966-69 के दौरान चली वार्षिक योजनाओं को छोड़कर ये पंचवर्षीय योजनाएँ लगभग नियमित रूप से चलाई गई थी। लेकिन वर्तमान सरकार ने देश के विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य […]
विश्व बैंक की स्थापना जुलाई 1944 में आयोजित ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में हुई थी। इस बैठक में 43 देशों ने भाग लिया था। इस संस्थाब्रेटन वुड्स सम्मेलन की स्थापना करने का मुख्य उद्देश्य विश्व युद्ध में बरबाद हो चुकी अर्थव्यवस्था का पुनर्निमाण करना था, तो आइये जानते हैं विश्व बैंक के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी […]
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत और एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना 1875 में हुई थी। इस एक्सचेंज की पहुंच 417 शहरों तक है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारतीय शेयर बाज़ार के दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है। दूसरा एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है। भारत को अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार में अपना श्रेष्ठ […]
बीएसई का मतलब है ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ और एनएसई का मतलब है ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’। हालांकि हर कोई जानता है कि ये दोनों शेयर्स और बॉन्ड्स जैसी सिक्योरिटीज से जुड़े हुये हैं, लेकिन इनका असली मतलब शायद हर किसी को पता नहीं होगा। आइये हम बताते है क्या हैं बीएसई और एनएसई। भारत में दो […]
इंदिरा गांधी ने अपने प्रधानमंत्रित्वकाल में बैंकों के राष्ट्रीयकरण का अहम फ़ैसला किया था। उन्होंने 19 जुलाई, 1969 को 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया था। इन बैंकों पर अधिकतर बड़े औद्योगिक घरानों का कब्ज़ा था। इसके बाद राष्ट्रीयकरण का दूसरा दौर 1980 में हुआ जिसके तहत सात और बैंकों को राष्ट्रीयकृत किया गया। […]
स्वतंत्र भारत का पहला बजट आर के षड्मुगम चेट्टी ने पेश किया था। वो प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल में वित्तमंत्री थे। उन्होंने 26 नवंबर, 1947 को पहला बजट पेश किया। दरअसल ये देश की अर्थव्यवस्था की समीक्षा थी और इसमें कोई नए कर प्रस्तावित नहीं किए गए थे क्योंकि वर्ष 1948-49 के […]
आज़ादी के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने समाजवादी आर्थिक मॉडल को आगे बढ़ाया। जवाहरलाल नेहरू ने अनेक महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णय लिए जिनमें पंचवर्षीय योजना की शुरुआत भी थी। सन् 1951 में पहली पंचवर्षीय योजना की नींव डाली गई और योजना आयोग का गठन किया। नेहरू ने 8 दिसंबर, 1951 को संसद में […]
दरअसल जब तेल के भंडार पृथ्वी पर कहीं ढूंढे जाते हैं, तब यह गाढ़े काले रंग का होता है। जिसे क्रूड ऑयल कहा जाता है और इसमें उदप्रांगारों की बहुलता होती है। उदप्रांगारों की खासियत यह होती है कि इनमें मौजूद हाइड्रोजन और प्रांगार के अणु एक दूसरे से विभिन्न श्रृंखलाओं में बंधे होते हैं। […]
अर्थशास्त्र अपने आप में एक अलग व्यवस्था का अध्ययन है, जो आजकल लगभग प्रत्येक घटना को खुद से जोड़े हुए है। इसका स्पेक्ट्रम इतना विशाल है कि शक्तिशाली देश इसे संभालने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते रहते हैं। इसलिए इसमें नए और अनूठे शब्दों की एक विस्तृत श्रृंखला है। आज हम इनका अध्ययन करेंगे. […]