MCQ on Science: सजीव एवं उसका परिवेश

भौगोलिक भिन्नता सजीवों में आनुवंशिक परिवर्तन लाते हुए, भिन्नता उत्पन करती है। यह परिवर्तन हमेशा होता रहने वाली प्रक्रिया है। यहाँ हम इनसे सम्बंधित कुछ साधारण सवालों को जानेगें।

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1) Q&A: सजीव एवं उसका परिवेश (Question-Answer on Living and its environment)

Q&A: सजीव एवं उसका परिवेश (Question-Answer on Living and its environment)


प्रश्न-1: पौधों और जीवों में अनुकूलन (Adaptation) के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः

  • कथन-1: पौधे और जीवों के विशिष्ट लक्षण एवं स्वभाव जो उन्हें एक आवास विशेष में रहने के अनुकूल बनाते हैं, अनुकूलन कहलाता है।
  • कथन-2: मैदानी क्षेत्र के एक व्यक्ति को ऊँचे पहाड़ी क्षेत्र में तीव्र गति से सांस लेनी पड़ती है परन्तु थोड़े दिनों बाद वह सहज हो जाता है। यह अनुकूलन का सटीक उदाहरण है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

  • केवल 1
  • केवल 2
  • 1 और 2 दोनों
  • न तो 1 और न ही 2

व्याख्याः (Option: 1)

  • कथन 1 सही है, परंतु कथन 2 गलत है क्योंकि अनुकूलन अल्पकाल में नहीं होता। ये हज़ारों वर्षों में आए परिवर्तनों के प्रति पौधों व जीवों के अनुकूल होने से सम्बन्धित है।
  • मैदानी क्षेत्र के व्यक्ति को पहाड़ी क्षेत्र में जाने पर सहज होने में कुछ दिन लगते हैं। ये परिवर्तन अल्प अवधि से सम्बन्धित हैं। अल्प अवधि में किसी एक जीव के शरीर में होने वाले ये छोटे-छोटे परिवर्तन पर्यनुकूलन (Acclimatisation) कहलाते हैं। यह परिवर्तन हज़ारों वर्षों में हुए अनुकूलन से भिन्न हैं।

प्रश्न-2: किसी सजीव का परिवेश जिसमें वह रहता है, आवास कहलाता है। आवासों में विभिन्न घटक उपस्थित होते हैं।

  • कथन-1: किसी आवास में पाए जाने वाले सभी जीव (पौधे एवं जन्तु) उसके जैव घटक हैं।
  • कथन-2: चट्टान, मिट्टी, वायु एवं जल जैसी अनेक निर्जीव वस्तुएँ आवास के अजैव घटक हैं।
  • कथन-3: सूर्य का प्रकाश एवं ऊष्मा जैसे ऊर्जा घटक इन दोनों घटकों में से किसी में सम्मिलित नही हैं।

इन घटकों के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

  1. केवल 1 और 2
  2. केवल 2 और 3 
  3. केवल 3
  4. 1, 2 और 3

व्याख्याः (Oprion: 1) (1) व (2) सही हैं, परन्तु (3) गलत है क्योंकि सूर्य का प्रकाश एवं ऊष्मा भी परिवेश या आवास के अजैव घटक हैं। इन्हें कभी-कभी ऊर्जा घटक के रूप में भी वर्गीकृत किया जाता है।


प्रश्न-3: ऊँट मरुस्थलीय परिस्थितियों के लिये अनुकूलित होता है। उसके अनुकूलन के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः

  • कथन-1: उसके पैर लम्बे होते हैं, जिससे उसका शरीर रेत की गरमी से दूर रहता है।
  • कथन-2: उसमें मूत्रोत्सर्जन की मात्रा बहुत कम होती है तथा मल शुष्क होता है।
  • कथन-3: उसको पसीना नहीं आता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

  1. केवल 1
  2. केवल 1 और 2 
  3. केवल 3
  4. 1, 2 और 3

व्याख्याः (Option: 4) उपर्युक्त तीनों कथन सही हैं। ऊँटों में उपस्थित उपर्युक्त सभी विशेषताओं के कारण ऊँटों के शरीर से जल का ह्रास बहुत कम होता है, इसलिये जल के बिना भी वे अनेक दिनों तक रह सकते हैं।


प्रश्न-4: निम्नलिखित पर विचार कीजियेः

  • मछली
  • स्क्विड
  • ऑक्टोपस

उपर्युक्त में से किसका/किनका शरीर धारारेखीय नहीं होता है?

  1. केवल 1
  2. केवल 1 और 2 
  3. केवल 2 और 3
  4. 1, 2 और 3

व्याख्याः (Option: 3)

  • मछली का शरीर धारारेखीय होता है। ये मछली को पानी में गति करने में सहायक होता है। मछली का शरीर चिकने शल्कों से ढँका होता है। ये शल्क मछली को सुरक्षा प्रदान करते हैं। साथ ही जल में सुगम गति में सहायक होते हैं।
  • दूसरे बहुत से समुद्री जंतुओं का शरीर भी धारारेखीय होता है परन्तु स्क्विड एवं ऑक्टोपस जैसे समुद्री जन्तुओं का शरीर आमतौर पर धारारेखीय नहीं होता। जब वे जल में चलते हैं तो अपने शरीर को धारारेखीय बना लेते हैं।

प्रश्न-5: निम्नलिखित पर विचार कीजियेः

  1. ऑक्टोपस
  2. व्हेल
  3. डॉलफिन

उपर्युक्त में से किसमें/किनमें श्वसन के लिये गिल (क्लोम) नहीं होते हैं?

  1. केवल
  2. केवल 1 और 2
  3. केवल 2 और 3
  4. उपरोक्त में से कोई नहीं

व्याख्याः (Option: 3) ऑक्टोपस के जल में श्वसन के लिये गिल (क्लोम) होते हैं। गिल स्क्विड और मछलियों में भी होते हैं। परन्तु डॉलफिन एवं व्हेल जैसे कुछ जन्तुओं में गिल नहीं होते, ये सिर पर स्थित नासाद्वार अथवा वात-छिद्रों द्वारा श्वास लेते हैं। ये लम्बे समय तक बिना श्वास लिये रह सकते हैं। वे समय-समय पर समुद्री सतह पर आकर श्वसन-छिद्रों से जल बाहर निकालते हैं एवं श्वास द्वारा स्वच्छ वायु अंदर भरते हैं।


प्रश्न-6: नागफनी के पौधे में प्रकाश संश्लेषण निम्नलिखित में से किस भाग में होता है?

  1. पत्तों में
  2. तने में
  3. जड़ों में
  4. इनमें प्रकाश संश्लेषण नहीं होता।

व्याख्याः (Option: 2)

  • नागफनी एक मरुस्थलीय पौधा है। मरुस्थलीय पौधे वाष्पोत्सर्जन द्वारा जल की बहुत कम मात्रा निष्कासित करते हैं। मरुस्थलीय पौधों में पत्तियाँ या तो अनुपस्थित होती हैं अथवा बहुत छोटी होती हैं। कुछ पौधों में पत्तियाँ काँटों का रूप ले लेती हैं। इससे पत्ती में होने वाले वाष्पोत्सर्जन से होने वाले जल ह्नास में कमी आती है।
  • नागफनी में पत्ती जैसी संरचना वास्तव में इसका तना होता है। इसमें प्रकाश-संश्लेषण सामान्यतः तने में होता है। तना एक मोटी मोमी परत से ढका होता है, जिससे पौधों को जल संरक्षण में सहायता मिलती है।
  • अधिकतर मरुस्थलीय पौधों की जड़ें जल अवशोषण के  लिये मिट्टी में बहुत गहराई तक चली जाती हैं। 

प्रश्न-7: पौधों की पत्तियाँ श्वसन की प्रक्रिया में वायु को अन्दर लेती हैं। इस प्रक्रिया के अगले चरण में पत्तियाँ निम्नलिखित में से क्या करती हैं?

  1. कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करती हैं तथा ऑक्सीजन वायु में निष्कासित करती हैं।
  2. ऑक्सीजन का उपयोग करती हैं तथा कार्बन डाइऑक्साइड वायु में निष्कासित करती हैं।
  3. ऑक्सीजन व कार्बन डाइऑक्साइड दोनों का उपयोग करती हैं।
  4. ऑक्सीजन व कार्बन डाइऑक्साइड दोनों वायु में निष्कासित करती हैं।

व्याख्याः (Option: 2)

  • पौधों की श्वसन क्रिया में गैसों का आदान-प्रदान मुख्यतः उनकी पत्तियों द्वारा होता है। पत्तियाँ सूक्ष्म रंध्रों (स्टोमेटा) द्वारा वायु को अन्दर लेती हैं तथा आक्सीजन का उपयोग करती हैं। वे कार्बन डाइऑक्साइड वायु में निष्कासित करतीं हैं।  
  • प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में पौधे प्रकाश की उपस्थिति में वायु की कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग भोजन बनाने के लिये करते हैं तथा ऑक्सीजन छोड़ते हैं। पौधे केवल दिन के समय ही भोजन बनाते हैं, जबकि श्वसन क्रिया दिन और रात, दोनों में ही निरंतर चलती रहती है।
  • भोजन बनाने की प्रक्रिया में निष्कासित ऑक्सीजन की मात्रा पौधे द्वारा श्वसन में उपयोग की गई ऑक्सीजन की अपेक्षा बहुत अधिक होती है।

प्रश्न-8: निम्नलिखित में से किसमें/किनमें श्वसन प्रक्रिया सम्पन्न होती है?

  1. पौधे
  2. जीव
  3. बीज

नीचे दिये गए कूट से सही उत्तर चुनियेः

  1. केवल 1 और 2
  2. केवल 2
  3. केवल 2 और 3
  4. 1, 2 और 3

व्याख्याः (Option: 4)

  • श्वसन सभी सजीवों का विशिष्ट लक्षण है। ये सभी सजीवों के लिये आवश्यक है क्योंकि ग्रहण किये गए भोजन से श्वसन के द्वारा ही शरीर को ऊर्जा मिलती है।
  • पौधे व जीवों के समान ही बीजों में भी श्वसन होता है। उदाहरण- गेहूँ की बोरी में कुछ गर्मी उत्पन्न होती है। यह गर्मी बीजों के श्वसन के कारण उत्पन्न होती है।
  • बीजों में श्वसन की क्रिया उस समय भी चलती रहती है जब अन्य जैव प्रक्रम उतने सक्रिय नहीं होते ।

प्रश्न-9: निम्नलिखित पर विचार कीजियेः

  1. उत्सर्जन
  2. उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया
  3. प्रजनन

उपर्युक्त में से कौन-से सजीवों (जन्तु और पौधे दोनों) के लक्षणों में सम्मिलित हैं?

  1. केवल 1 और 2
  2. केवल 1 और 3 
  3. केवल 2 और 3
  4. 1, 2 और 3

व्याख्याः (Option: 4)

  • बाह्य वातावरण में होने वाले कुछ परिवर्तनों, जैसे- काँटा चुभना, तेज़ प्रकाश, प्रिय व्यंजन इत्यादि को उद्दीपन कहते हैं। सभी सजीव उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया देते हैं। छुई-मुई (गुलमेंहदी) के पौधे की पत्तियाँ छूने पर अचानक मुरझा (सिकुड़) जाती हैं। यह पौधों में उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया का उदाहरण है।
  • प्रजनन पौधों व जन्तुओं दोनों में होता है परन्तु दोनों में प्रजनन के तरीके भिन्न हैं।

विश्वसनीयता (Trustworthy)

“MCQ केटेगरी” में शामिल प्रत्येक प्रश्न को आधिकारिक स्त्रोतों द्वारा जांचा-परखा गया है, फिर भी इसमें सुधार की गुंजाइश से इंकार नहीं किया जा सकता है। यदि आपको किसी भी प्रश्न में कोई संदेह है, तो आप नीचे टिप्पणी में पूछ सकते हैं। हमारी टीम इसे 48 घंटे में हल करने की भरोसेमंद-कोशिश करेगी।


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